White शीर्षक -हम तुम
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हम तुम संग साथ निभाते हैं।
जीवन की राह हम तुम बनाते हैं।
हम तुम अजनबी से एक बनें हैं।
न रिश्ते न नाते बस धन से जुड़ें हैं।
सच हम तुम धन के साथ रहते हैं।
दिल और मन हमेशा साथ कहते हैं।
जिंदगी और जीवन के सच हम तुम हैं।
आजकल प्रेम और चाहत हम-तुम हैं।
हां धन के साथ-साथ हम तुम संग हैं।
न सूरत न वीर्य बस धन सबकुछ सच हैं।
बस हम तुम धन की डोर से ही जुड़े हैं।
परिवार तो बस हम तुम बस रहते हैं।
तेरा मेरा बंटवारा तो मन भावों में होता हैं।
हम तुम सच और सोच हमारी रहती हैं।
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नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
# *प्रतियोगिता हेतु*
©Neeraj Agarwal
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