किस्मत
हाय री मेरी किस्मत तू क्यों रूठ गयी
जान से भी प्यारी कुर्सी तू क्यों टूट गयी
य़ह हादसा है या साजिश य़ह तो सोचना पड़ेगा
अब तो सी सी टी वी कैमरा खंगालना पड़ेगा
लगता है किसी ने साजिश की है गहरी
कुर्सी से हटाने की लगती है कोई साजिश गहरी
©DR. LAVKESH GANDHI
#sajishwafa #
#साजिशों के सिकंदर हैं हम #