White अब न किसी से कोई गिला,न शिकवा ही रहा,
अब तलक जो भी रहा सब अच्छा ही रहा।
शौक करने दो उन्हें महफ़िलों का यारों,
मुझे तो मेरी ये तन्हाई ही मुबारक।
दुआ करता हूं मिले हर रोज़ उसे कोई उस जैसा ही शख्स,
मैं तो जाने कब से खाली हो चुका हूं,चलो मुझे भी मुझसे
ये रिहाई मुबारक।
@_ankaha_
@shikhar
©shikhar Singh
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