White मैं वो "नाम" था जो " बदल" गया
वो "शाम" थी जो "ढल" गई !
मैं "दर्द" समझ के "सेह" गया
वो "वक्त" समझ के "बेह" गई!
मैं "बारिश" था जो "बरस" गया
वो "धूप" थी जो "छुप" गई !
मैं "इंसान" हु जो "बिखर" गया
वो एक "तूफान" थी जो "गुज़र" गई !
मैं "नाम" था "बदल" गया
वो " शाम" थी जो "ढल" गई !२!
©Gaurav Mandilwar
#BreakUp