इस जिंदगी के सफर में थकान बहुत है.......
अपनों के अपनों पर यहाँ इल्ज़ाम बहुत है......!
साहब......
शिकायतों का दौर देखता हूं.....!!
तो थम जाता हूं....!!!
लगता है उम्र कम है.....!!!!
और इम्तिहान बहुत है..........
©Rameshkumar Mehra Mehra
# इस जिंदगी के सफर में थकान बहुत है,अपनों के अपनों पर इल्ज़ाम बहुत है,साहब,शिकायतों का दौर देखता हूं,तो थम सा जाता हूं,लगता है उम्र कम है,और इम्तिहान बहुत है.....