"दिल खोल के मुशायरे को लूटने वाला,
सीना तान के लफ्ज को पेश करने वाला।
बुलाती है मगर जाने का नय कहने वाला,
आज उसको ही खुदा ने बुला लिया।
आज उर्दू का चांद अस्त हो गया।
-यशpalsinh "GOLI""
दिल खोल के मुशायरे को लूटने वाला,
सीना तान के लफ्ज को पेश करने वाला।
बुलाती है मगर जाने का नय कहने वाला,
आज उसको ही खुदा ने बुला लिया।
आज उर्दू का चांद अस्त हो गया।
-यशpalsinh "GOLI"