वैसा ही जुनुन और वैसी ही रात फिर आई है। विजय, इस ब | हिंदी शायरी

"वैसा ही जुनुन और वैसी ही रात फिर आई है। विजय, इस बार इरादा मजबूत रखना, तेरी मोहब्बत अपने शहर आई है। ©vijay kumawat223"

 वैसा ही जुनुन और वैसी ही रात फिर आई है।
विजय, इस बार इरादा मजबूत रखना,
तेरी मोहब्बत अपने शहर आई है।

©vijay kumawat223

वैसा ही जुनुन और वैसी ही रात फिर आई है। विजय, इस बार इरादा मजबूत रखना, तेरी मोहब्बत अपने शहर आई है। ©vijay kumawat223

love ,shayri ,sher,gazal

People who shared love close

More like this

Trending Topic