White दिल चाहता है तुमसे बात करना
मगर फासले हज़ार है हमारे दरमियाँ
ज़माने ने जुदा करा है हमें
धड़कन में फिर भी तेरा नाम धड़क रहा
होती नहीं रातें चांदनी अब
नूर ए चांद भी फ़ीका हुआ जब से तू दूर हुआ
मांगते है हर दुआ में अपनी तुम्हें
शायद कोई आवाज़ सुने मेरी भी खुदा
कि दिल चाहता तुमसे गले लगना
शायद फिर से रूह को सुकून मिल जाए
खुदा भी हमारी मोहब्बत को मुकम्मल करें
जो फासले हैं दरमियाँ शायद मिट जाए
तेरी मेरी मोहब्बत सच्ची रूह की
काश बेइन्तहा मोहब्बत को फिर अपनी मंजिल मिल जाए
©writer....Nishu...
#दिल चाहता है