चलो आज इश्क़ को आजमा कर देखते है दूर होकर एक दूसर | हिंदी Shayari
"चलो आज इश्क़ को आजमा कर देखते है
दूर होकर एक दूसरे की पहलू से
इश्क़ को तड़पा कर देखते है
महके जो खूसबू इश्क़ की इन हवाओं में कभी
आओ ये आशिकाना इश्क़ भी हम कर के देखते है"
चलो आज इश्क़ को आजमा कर देखते है
दूर होकर एक दूसरे की पहलू से
इश्क़ को तड़पा कर देखते है
महके जो खूसबू इश्क़ की इन हवाओं में कभी
आओ ये आशिकाना इश्क़ भी हम कर के देखते है