नजरें तुम्हे देखना चाहे..............................
तो आँखो का कया कसूर......!
हर पल याद तुम्हारी आये.......!!
तो साँसो का कसूर....!!!
बैसे तो सपने...!!!!
पूछकर नही आते..!!!!
पर सपनें तेरे ही आये.... !!!!!
तो हमारा कया कसूर...
©Rameshkumar Mehra Mehra
# नजरें तुम्हे देखना चाहे,तो आंखो का कया कसूर,हर पल याद तुम्हारी आये,तो साँसो का कया कसूर,बैसे तो सपने ,पुछकर नही आते,पर सपनें तेरे ही आये,तो इसमें हमारा कया कसूर......