ज़िन्दगी का एक फलसफा तेरे नाम कर दूं
एक सुबह जो तेरे संग बैठूं तो शाम कर दूं
गर इश्क की बोली हो और तेरे हिस्से से हो
तो मेरी जां बदन क्या रूह तक को नीलाम कर दूँ।।
और तू नजर झुका के जो कर दे इशारा
तो मैं अपने इस किस्से को मुकम्मल दास्तान कर दूं।।।।
#Khyal