ए जिंदगी तू मुझे इस तरह रूलाया न कर
हर गम मे शरिख होने मूझे बुलाया न कर
इम्तिहान अगर लेने हे तो ले ले सब इकट्ठा
नाकामियां मेरी मूझे हर बार गिनाया न कर
मेरी नेकी का उठाया फायदा ज़माने भरने
थोड़ा ठहर जा,मेरा दाम ऐसे गिराया न कर
टूट जायेंगे खंजर,मैने मा की दुआ पहनी है
तु वार कर मुझ पे खुद को आजमाया न कर
मेरे होसलो मे असर है इतना की जी जाऊंगा
तू जहर भी आजमा ले यु तीलमिलाया न कर
मेरी सांसों से लेनी हो तो ले उसकी खूश्बु उधार
पर ज़िंदगी के फूल तू एसे मुरझाया न कर
©manish acharya