White पर्वत राज हिमालय की पुत्री
मैं गंगा हूँ।
उत्तराखंड के गंगोत्री गलेशियर
का गोमुख मेरा उद्गम स्थान है।
भगीरथ मुझे बुलाया पृथ्वी पर
मैं भागीरथी कहलाती हूँ।
देवप्रयाग में मिलती है
मुझे अलकनंदा मैं गंगा
कहलाती हूं।
पृथ्वी लोग वासी मुझे
गंगा माँ कहकर
बुलाते हैं।
जहाँ मिले सम्मान मुझे
मैंअनन्त काल तक
वही ठहर जाती हूँ।
©Geeta khati
गंगा दशहरा