"एक रिश्ता ऐसा ,जो किसी से बनाए नहीं बनता,
तो किसी से निभाए नहीं निभता
बस कभी-कभी किसी-किसी से बिना सोचे समझे , बिना जाने पहचाने बन जाता है.......
कुछ तो अलग बात है , तभी ऐसा होता है............."
एक रिश्ता ऐसा ,जो किसी से बनाए नहीं बनता,
तो किसी से निभाए नहीं निभता
बस कभी-कभी किसी-किसी से बिना सोचे समझे , बिना जाने पहचाने बन जाता है.......
कुछ तो अलग बात है , तभी ऐसा होता है.............