जिम्मेदार नागरिक ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना क | हिंदी Shayari

"जिम्मेदार नागरिक ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती हैं, मेरे दर्द 💔 के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले… © Ashpak patel"

 जिम्मेदार नागरिक 

ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती हैं,

मेरे दर्द 💔 के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले…

© Ashpak patel

जिम्मेदार नागरिक ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती हैं, मेरे दर्द 💔 के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले… © Ashpak patel

#PoetInYou

People who shared love close

More like this

Trending Topic