White कब मैंने तुम्हें सोचा था
..कब ,कहां किस वक्त तुम मिल जाओगे मुझे ...देर ही सही .. थोड़ा इंतजार के बाद .. नये जमाने ,नये शहर ,नये मौसम और तो और तो और नये मिजाज के साथ तुम मिले ...यह कोई प्यार या मोहब्बत नहीं ..यह तो इश्क़ है... शायद तुम्हारे लिए पागलपन हो ... लेकिन दुनिया के महफ़िल में पागलपन ही इश्क़ है ...
©कंचन
#love_shayari