White फर्क लोग करते है जनाब वरना, प्यार तो प्यार है ।
न इसमें जिस्म देखा जाता है, न रंग न रूप ।
देखा जाता है तो सिर्फ प्रेयसी का मन,
न की प्रियतमा का तन ।
प्रेम में देखो सिर्फ प्रेयसी का मन ।।
प्रेम की परिभाषा को एहसास करो ।
प्रेम को प्रेम ही रहने दो, इसे तुम यूं न बदनाम करो ।
अपनी प्रियतमा का थोड़ा तो सम्मान करो ।।
उससे प्रेम करो, न उसके तन से ।
प्रेम है करना तो करो सच्चे मन से ।।
©BHARTI TRIPATHI "lovely"
#sunset_time प्रेम मन से करो