"युं तो पसंद नही था मुझे ऐसे तनहा बैठना
पर अब हम क्या बताये दोस्त,
कुछ लोगों ने इस कदर तोडा है की
अब तो परछाइ से भी डर लगने लगा है।
- सहजच (सम्राट कसबे)"
युं तो पसंद नही था मुझे ऐसे तनहा बैठना
पर अब हम क्या बताये दोस्त,
कुछ लोगों ने इस कदर तोडा है की
अब तो परछाइ से भी डर लगने लगा है।
- सहजच (सम्राट कसबे)