White [सच]
आ गए हैं मेरे सरकार तो साथ मिलके चले!
यार ऐसे नहीं हाथो में हाथ मिल के चलें!
देख सब को ऐसे ही न बद गुमानी हो,
दिल में जो भी हो आज खुल के चलें!
बात करने में ग़र कोई हिचक हो तुम्हें,
लब खामोश हों मगर आँख मिलके चलें!
महफ़िल ऐ बादा ए जाम की ग़र हो,
फ़िर हाल जो भी जाम चलते चलें!
कल तेज़ सेहरा की रेत पर मैंने,
पाँव रख्खा तो दिल भी जलता चले!
ग़र न डर हो तुझे कोई "परवेज़",
आज सच्चाई को उगल के चलें!
©Written By PammiG
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