"चरित्र जीवन की सबसे मूल्यवान निधि है,
जो ज्ञान, तप शील और सद्गुणों से उन्नत होती है।
शुभ चिंतन और तदानुकुल आचरण हमारे,
चरित्र को पुष्पित और पल्लवित करते हैं।
जीवन की सार्थकता इसी में है कि चरित्र दृष्टांत,
गाथा और उदाहरण बन जाए।🚩❤️
©PRAMILA LALIT SHUKLA
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