वो छू कर निकल गया
वो छू कर निकल गया
और में एहसासों में रह गई
वो अनदेखा कर गया
और में देखती रह गई
उसे बस छूना ही था
और में निशानों को निशानी मान बेठी
उसे बस जिस्म की प्यास थी
और में रूह भी उसके ज़ाम में मिला बेठी
उसे तो इस क़दर आशिक़ी थी हर किसी से
पर तुम खास हो इस झूठ को में सच समझ बेठी,,,,
✍️प्रिया #आहुति
©priya charan