थोड़ा सा ज़हर मैं भी चखकर आया
तब जाके नीलकंठ समझ में आया
जहर के असर ने रूह को छुआ नहीं
देनेवाले कहते हैं तुझ जैसा हुआ नहीं
©gaTTubaba
#mahashivaratri थोड़ा सा ज़हर मैं भी चखकर आया
तब जाके नीलकंठ समझ में आया
जहर के असर ने रूह को छुआ नहीं
देनेवाले कहते हैं तुझ जैसा हुआ नहीं