खुद पर मंजिल पाने का, तुम खुमार कर लो। राह ए मंजिल
"खुद पर मंजिल पाने का, तुम खुमार कर लो।
राह ए मंजिल पर संघर्ष तुम, बेशुमार कर लो।
जब ना मिले कोई तुमको, सच्चा दोस्त या मोहब्बत।
सबको छोड़कर तुम तब, अपनी हर मंजिल से प्यार कर लो।
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खुद पर मंजिल पाने का, तुम खुमार कर लो।
राह ए मंजिल पर संघर्ष तुम, बेशुमार कर लो।
जब ना मिले कोई तुमको, सच्चा दोस्त या मोहब्बत।
सबको छोड़कर तुम तब, अपनी हर मंजिल से प्यार कर लो।