एक डॉक्टर शायरी के मूड में था,
अब देखिये उसने दवाईयां कैसे लिखी
कैसे समझाया अपने मरीज को…
दिल बहला के मोहब्बत को न धमाल करें,
सीरप को अच्छी तरह हिला के इस्तेमाल करें..
दिल मेरा टुट गया उठी जब उसकी डोली,
सुबह, दोपहर, शाम बस एक – एक गोली…
लौट आओ कि मोहब्बत का सुरूर चखे,
तमाम दवाईयां बच्चों की पहुंच से दूर रखें…
©Salim Saha
#Ek doctor shayari ke mood mein tha usne# dekho dawai kaise ki