जब अतिशय पीड़ित मन होता
जब भीड़ सामने होती है
पर अंदर बहुत चुभन होती
जब अपवादों के झोकों में
हर ख़्वाब रूठ से जाते हैं
जब चेहरे पर मुस्कान लिए
अंदर ही टूट से जाते हैं
उलझती हुई मन की गांठें
जब आशा खोल न पाती है
तब जीवन जीने से ज़्यादा
आसान मौत हो जाती है
©Shubham Raj Tiwari
मन में चुभन सी होती है @Fatima Ali @Khushi soni Anju Dubey Nîkîtã Guptā @Sana naaz.