उसका लाख ही...
किसी का खाल था।
बस उसकी नजरों से नजर अंदाज था!
या उसे नजर तो था पर उस पर...
उसका अंदाज नजर अंदाज वाला था।
©Di Pi Ka
#truecolors लेख का खेल कुछ इस तरह...जिसको जितनी जरूरत है उतना मौजूद है। और जिसको जितनी जरूरत नहीं उस से ज्यादा भी मौजूद है। एक विनती से तो दुसरे को उन्नति से।