कुछ ही लोग रचनात्मक होते हैं ,
वरना ज्यादातर लोग बस रट्टा मारना जानते है ,
हर काम को बस उसी तरीके से पूरी जिंदगी तक करते रहते हैं ,
उसमें कुछ नयापन नहीं ला पाते
ऐसे लोग सुनना कम पसंद करते हैं सुनाना ज्यादा ,
और बोलने से पहले सोचते नहीं है
और ना ही बोलने के बाद सोचते है
कि उनके शब्द और उनका मतलब वास्तव में क्या था
©akhil rajawat@74
#Creativity