धर्म जोड़ने का पाठ पढ़ाता है,
फिर इंसान क्यों इसे तोड़ने का कारण बनाता है।
मोहब्बत एक सूरज है, जो सब पर समान रौशनी डालता है,
मजहब की दीवारें क्यों खड़ी करते हैं?
©Srinivas
धर्म जोड़ने का पाठ पढ़ाता है,
फिर इंसान क्यों इसे तोड़ने का कारण बनाता है।
मोहब्बत एक सूरज है, जो सब पर समान रौशनी डालता है,
मजहब की दीवारें क्यों खड़ी करते हैं?