कोई अपना सब कुछ त्याग
दूसरो को देने को तैयार हैं
कुछ मौतो पर भी लालच
के खेल में शुमार है
पहले अंग्रेजो ने अब तो
हम ने ही अपनों को लुटा हैं
चिंता नहीं चिंतन हो
अब तो आत्म मंथन हो
राम राज्य को चाहने वाले
अल्लाह का गुण गाने वालो
जीसस की गाथा सुनाने वालो
नियम को सिखलाने वालो
समाजवाद पर इतराने वालो
प्रशासन की छांव में फलने- फूलने वालों
अम्बेडकर को भगवान मानने वालों
तुमने कैसे कब और क्या सीखा हैं?
आज कुछ नें मिलकर फिर
भारत के राष्ट्र गौरव को लूटा है
©P R
#Corona_Lockdown_Rush