White *मसअले न हो तो मसाइल का हल क्या है,
दम अशआर में न हो तो,फिर गजल क्या है/१
हमारे*लहजे में*बेरूखी तो न थी,अब बेवजह,
आपके मन में,फिर ये हलचल क्या है//२
वो अपनी हरकतों से*आलमअश्कार हो तो गए,
अब होने को आज क्या,फिर कल क्या है//३
सोचिए एक उम्र ही तो*बसर करनी है सबको,
अब देखना *अबद क्या है,फिर*अजल क्या है//
कौन है,जो*मुत्तासिर नही होता*तर्क_ताल्लुक से,
कौन समझेगा,फिर ये लगावट दरअसल क्या है//५
"शमा"को तो,मुखोटो में नजर आ गई,अब कई*जीस्त,
गर ये गुनाह नही,तो फिर वो*अदल क्या है//६
#shamawritesBebaak
©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#GoodMorning *मसअले न हो तो मसाइल का हल क्या है, दम अशआर में न हो तो,फिर गजल क्या है/१
*समस्या
हमारे*लहजे में*बेरूखी तो न थी,अब बेवजह,
आपके मन में,फिर ये हलचल क्या है//२
*संवाद*Rudely
वो अपनी हरकतों से*आलम