"छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज कर, रिश्ता टूटने से बचाया था,मैंने!
उसकी गलतियों को एक 'सॉरी' में बस, 'चलो छोड़ो',कह कर भुलाया था,मैंने!
सीखा मगर इतना है,उसकी बेवफाई से, चेहरा एक पर दो नकाब रखा करो!
माना कि,गम बहुत है,मगर जवाब,
वक्त देता है,तुम बस 'हिसाब रखा करो'!!
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©Jivesh Bajpai✓"