दर्द की तो अपनी इक भाषा होती है, ना जानें कितनी द | हिंदी Shayari Vide

""दर्द की तो अपनी इक भाषा होती है, ना जानें कितनी दबी इसमें निराशा होती है, मुस्कुराहट के पीछे छिपी उदासी होती है, लफ़्ज़ों को तो बस ख़ामोशी की हीं दिलाशा होती है!!" 🖤🖤 ©Misha Anand "

"दर्द की तो अपनी इक भाषा होती है, ना जानें कितनी दबी इसमें निराशा होती है, मुस्कुराहट के पीछे छिपी उदासी होती है, लफ़्ज़ों को तो बस ख़ामोशी की हीं दिलाशा होती है!!" 🖤🖤 ©Misha Anand

#🖊️दर्द की अपनी भाषा होती है

People who shared love close

More like this

Trending Topic