"White वो मोहब्बत की ममतामई सादगी है हकी
कत की खुशियां इन्हीं से मिलीं है,
समुंद्र की चाहत जिनकी बंदगी में है प्यार
की अनमोल जिंदगी मां से मिलीं है!
बनी है दुकान प्रेम के सागर की गर मां की आंचल भरी छाया मेरे सिर पर है,,
कैसे करूं मां मैं तेरी चरणों की बंदगी मेरे शब्दों में इतनी क्षमता नहीं हैं!!
डीयर आर एस आज़ाद...
©Ramkishor Azad"