किताब ए हुस्न पर तुम्हारी, लगे काली स्याही के निशा | हिंदी Shayari

"किताब ए हुस्न पर तुम्हारी, लगे काली स्याही के निशान, खुदा की कलम का अहसान तुम रोज़ अदा करो। क्यों मैं डूब जाता हूं तुझमें, अक्सर तेरी ओर आते हुए, खुद को संवारो मेरे लिए फिर आईने से पता करो।। ©Er Abhishek Sharma"

 किताब ए हुस्न पर तुम्हारी, लगे काली स्याही के निशान,
खुदा की कलम का अहसान तुम रोज़ अदा करो।

क्यों मैं डूब जाता हूं तुझमें, अक्सर तेरी ओर आते हुए,
खुद को संवारो मेरे लिए फिर आईने से पता करो।।

©Er Abhishek Sharma

किताब ए हुस्न पर तुम्हारी, लगे काली स्याही के निशान, खुदा की कलम का अहसान तुम रोज़ अदा करो। क्यों मैं डूब जाता हूं तुझमें, अक्सर तेरी ओर आते हुए, खुद को संवारो मेरे लिए फिर आईने से पता करो।। ©Er Abhishek Sharma

#you #Hindi #Love #forever

People who shared love close

More like this

Trending Topic