White कर्म की कतार चल,
धर्म राह सार चल,
जीवन सुधार चल,
नाव को उतार चल।
तंद्रा को बिसार चल,
निष्क्रियता मार चल,
संकट की धार चल,
ले विजय हार चल।
शक्ति को संवार चल,
प्रेम की किनार चल,
साथ सुविचार चल,
कमान टंकार चल।
झूठ को धिक्कार चल,
सत्य शस्त्र धार चल,
सागर के पार चल,
शृंग बार-बार चल।
©Godambari Negi
#घनाक्षरी