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डैडी
क्यों मेरी लाड़ो, पापा से छादी क्यों नहीं कलनी?
मुदे नई पता, आप बहोत दंदे हो पापा, पिथली बाल तहा था तौफी लेने दा लहा हूँ, इत्ते दिन लद दये तौफी लाने में? मुदे आपथे बात ही नई तरनी आप दाओ पापा, मुदे आपथे तोई बात नई तलनी!
औल मेली बीदीओ त्यों बना लहे हो.....
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अरे हो गया दीपू, कितना रोयेगी, बंद कर ये वीडियो, और जाकर ज़रा देख तो कि बनवारी अभी तक फूल लेकर लौटा क्यों नहीं, इसको तो बस बहाना चाहिए रफ़ूचक्कर होने का।