White
(/धोका /)
कैसे हो..?
कहतीं थी तो अच्छा लगता था।
कया कर रहे हो..?
पूछती थी तो दिल को सकून मिलता था।
मुझसे मिलने कब आओगे..?
कहतीं थी तो मानो मेरा दिल महकने लगता था।
पर
ऐ दिल
उसने ना मेरी सुनी
ना मेरे जज्बात की
छोड़ के चलीं गई मुझे, मरने के लिए
उसके सिवा मेरा था भी कोन आखिर
उसने
पैसावाला ही चुना अपना पति।
©katara vijay khemabhai
#moon_day प्यार पर कविता