"#DearZindagi इन रगो मे बहती हो सच मे तुम लहू बन कर
जिसकी जो तामन्ना हैं वैसी हूबाहु बन कर
अब नही सहा जाता मुझसे ये अकेला पन
अब तो घर मे आ जाओ माँ की तुम बाहू बन कर"
#DearZindagi इन रगो मे बहती हो सच मे तुम लहू बन कर
जिसकी जो तामन्ना हैं वैसी हूबाहु बन कर
अब नही सहा जाता मुझसे ये अकेला पन
अब तो घर मे आ जाओ माँ की तुम बाहू बन कर