हम किस्से कहें ,
जब हम खुद से जुदा हैं
,
उनसे क्या शिकायत करे
जब हम ही बेपरवाह हैं
हम किस्से कहें ,
जब मंजिल साथ है ,
पर रास्ते ही बेज़ान हैं ,
हम किस्से कहें
जब अपनों का हाँथ हैं ,
उन्स उनका नायब है
पर
हमारा रंग ही
उनके रंग से बेस्वाद है।
©KAM
#Isolation