जल गए किसी के मुस्कुराहट से
हम इतने भी अच्छे हैं नहीं
उस शख्स को खरीद सकें
पर उसकी हँसी को नहीं
कागजों का ढेर हो गया
पर सौदा हो न पाया
वो बोला निकल फकीर
तेरी औकात नहीं...!
©gaTTubaba
जल गए किसी के खुशी से
हम इतने भी अच्छे हैं नहीं
उस शख्स को खरीद सकें
पर उसकी खुशी को नहीं
कागजों का ढेर हो गया
पर सौदा हो न पाया