शीर्षक - तू भी कम नहीं......
लड़ने झगड़ने में कम नहीं
मोटकी तू भी कम नहीं...
भाई के जैसे अधिकार है तेरे
मस्त माहौल सब रंग है हमारे
ग़म की चादर तो अपने अपने है
मैं अगर ओढ़ लेता तो तू भी कम नहीं
याद सब करेंगे आज भाई को
तू मेरे लिए भाई से कम नहीं...
हिस्सेदारी मिलेगी खुद में तेरी भी
जितना दे सकूं वक्त के साथ औ कुछ नहीं
खुश रह लेंगी तू.... इससे ज्यादा चाहिए तुझे कुछ नहीं
©Dev Rishi
#मोटकी