White पल्लव की डायरी
बन गये नर पिशाच
खून सबका चूसने लगे है
भाव मनोभाव दैत्यों जैसे
राजा बनकर छलने लगे है
जनता की सांसे रोकर
फतेह सिंहासन जबरन करने लगे है
पुण्यकर्म का सहारा लेकर
पापो को बड़ा करने लगे है
गति मति का ज्ञान नही
आगे आने वाले भवो के दर्पण
नरको जैसे दिखने लगे है
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#Sad_shayri भाव मनोभाव दैत्यों जैसे पुण्यकर्म की आड़ में पाप करने लगे है
#nojotohindi