फासलों के बीच दरम्या ,
मोहब्बत फिर भी जिंदा है,
कोई माने या न माने,
ये इश्क ए खुदा
का एक नमूना है,
जो आशिकों के दिलों में
आज भी जिंदा है,
छोड़ते नहीं आशिक मरते
दम तक मोहब्बत का हाथ
रुकसत भले सांसे हो जाए
मोहब्बत के साथ,
ऐसी दीवानगी ही इबारत
ए तख्त लिखती है,
आशिकों की सहादत को
हर वक्त लिखती है.
©पथिक..
#sugarcandy of lov