White मोहब्बत के तुम्हें कलाकार मिलेंगे
कुछ तो हमारे भी तरफदार मिलेंगे
अब रोज़ रोज़ा कौन तोढ़ेगा अपना
प्यासे हुए जो न हम तेरे दरबार मिलेंगे
ज़ार ज़ार ग़जल रोएगी अब देखेंगी हमें
अब क़ाफ़िया गर उसे बे ज़ार मिलेंगे
रोज़ो शब तेरे आने का इंतजार ब वफ़ा
अब जाहिर है हम बे दार मिलेंगे
©Khan Shahb
मिया भाई