उठकर खड़े होना है
बेशक गिर जाए तू इस बार भी
लड़ना नहीं छोड़ना है
थोड़ा वक़्त तो लगता है
सोना कुछ देर तो तपता है
बस वो चमक बनना है
गिरकर फिरसे उठना है
क्या हुआ जो इस बार नहीं
तो अगली बार होगा
नहीं होगा
तो जिंदगी थोड़ी न खत्म है
चल उठकर तलाशें
हम इस दुनिया को
क्या पता मंजिल कहीं और है
बस गिरना नहीं है
©technical
#motavitonal