हर एक ख्वाब का दूसरे से रिश्ता ना रहा सूबह मायूस | हिंदी Poetry

"हर एक ख्वाब का दूसरे से रिश्ता ना रहा सूबह मायूस है शाम से रिश्ता ना रहा किरणें तरस रही है देखने को चाँद को दिन चुप है रात से कोई रिश्ता ना रहा "

 हर एक ख्वाब का दूसरे से रिश्ता ना रहा 
सूबह मायूस है शाम से रिश्ता ना रहा 

किरणें तरस रही है देखने को चाँद को 
दिन चुप है रात से कोई रिश्ता ना रहा

हर एक ख्वाब का दूसरे से रिश्ता ना रहा सूबह मायूस है शाम से रिश्ता ना रहा किरणें तरस रही है देखने को चाँद को दिन चुप है रात से कोई रिश्ता ना रहा

#Nojoto #kavishala

People who shared love close

More like this

Trending Topic