खामोश और सदमें में हूँ, लेकिन हारा नहीं हूँ, बस कु | हिंदी Shayari
"खामोश और सदमें में हूँ,
लेकिन हारा नहीं हूँ,
बस कुछ दिन ठहर जा
तुझे भी ये सदमें
जल्दी ही खामोश करेंगें,
क्योंकि दुनिया गोल है,
जो जैसा करता है उसके
पास घूम कर वैसा ही
आता है।"
खामोश और सदमें में हूँ,
लेकिन हारा नहीं हूँ,
बस कुछ दिन ठहर जा
तुझे भी ये सदमें
जल्दी ही खामोश करेंगें,
क्योंकि दुनिया गोल है,
जो जैसा करता है उसके
पास घूम कर वैसा ही
आता है।