"बाद की ये बात थी, अब बाद मे बर्बाद है तू ,
बात जो बेबात थी, अब उठ रहा सैलाब है यू ,
है नहीं कुछ भी गलत, पर तू सही कैसे बना?
जब तलक उनके निशां पर था चला, तू था भला।
और अब जो रास्ते तेरे जुदा उनसे हुए ,
मोल करने आ गये हैं, भाव लेकर जायेंगे।
©Trisha09"