अब वो आइने में खुद को देख, जुल्फों को संवारा नहीं

"अब वो आइने में खुद को देख, जुल्फों को संवारा नहीं करती, नफ़रत इतनी है उसके दिल में हमारे लिए, की इज़हार किसी महफ़िल में हो हमारा, वो उस महफ़िल में भूलकर भी दोबारा आया नहीं करती. ©Amit kumar"

 अब वो आइने में खुद को देख,
जुल्फों को संवारा नहीं करती,
नफ़रत इतनी है उसके दिल में हमारे लिए,
की  इज़हार किसी महफ़िल में हो हमारा,
वो उस महफ़िल में भूलकर भी दोबारा आया नहीं करती.

©Amit kumar

अब वो आइने में खुद को देख, जुल्फों को संवारा नहीं करती, नफ़रत इतनी है उसके दिल में हमारे लिए, की इज़हार किसी महफ़िल में हो हमारा, वो उस महफ़िल में भूलकर भी दोबारा आया नहीं करती. ©Amit kumar

#NationalSimplicityDay

People who shared love close

More like this

Trending Topic