मुसाफिर हू यारो,ना घर है ना ठिकाना...... मुझे चलते

"मुसाफिर हू यारो,ना घर है ना ठिकाना...... मुझे चलते जीना है......."

 मुसाफिर हू यारो,ना घर है ना ठिकाना......
मुझे चलते जीना है.......

मुसाफिर हू यारो,ना घर है ना ठिकाना...... मुझे चलते जीना है.......

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